वैभव सूर्यवंशी, भारतीय क्रिकेट के एक सबसे छोटे चमकते सितारा हैं, जिन्होंने अपनी छोटी सी उम्र में ही विश्व पटल पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। बिहार के एक छोटे से गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी पहचान बनाने वाले इस युवा खिलाड़ी की कहानी प्रेरणादायक और अनोखी है। इस लेख में हम वैभव के जन्मस्थान, क्रिकेट की शुरुआत, उनके डेब्यू, रिकॉर्ड्स और उनकी कुल संपत्ति के बारे में विस्तार से जानेंगे।
प्रारंभिक जीवन और जन्मस्थान
वैभव सूर्यवंशी का जन्म बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव में हुआ था। उनके पिता, संजीव सूर्यवंशी, एक किसान हैं, जिन्होंने अपने बेटे के क्रिकेट प्रेम को देखते हुए अपनी जमीन बेचकर उनके प्रशिक्षण और उपकरणों के लिए धन जुटाया। वैभव की मां और परिवार ने भी उनके इस सफर में हर कदम पर साथ दिया। छोटे से गांव में पले-बढ़े वैभव ने मिट्टी के मैदानों और स्थानीय टूर्नामेंट्स में अपनी प्रतिभा को निखारा।
क्रिकेट की शुरुआत (Debut)
वैभव ने मात्र 5-6 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। उनके पिता संजीव ने उन्हें शुरुआती कोचिंग दी, जिसमें बल्लेबाजी और गेंदबाजी के बुनियादी गुर सिखाए। नौ साल की उम्र में, वैभव ने समस्तीपुर में एक क्रिकेट अकादमी में दाखिला लिया, जहां पूर्व रणजी खिलाड़ी मनीष ओझा ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और तराशा। वैभव की मेहनत और लगन ने उन्हें जल्द ही स्थानीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई। 12 साल की उम्र में, उन्होंने वीनू मांकड़ ट्रॉफी (अंडर-19) में पांच मैचों में 400 रन बनाए, जो उनकी असाधारण क्षमता का पहला बड़ा प्रदर्शन था।
वैभव बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और जरूरत पड़ने पर बाएं हाथ की ऑर्थोडॉक्स स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता ने उन्हें युजवेंद्र सिंह जैसे दिग्गजों की याद दिलाई।
क्रिकेट में डेब्यू
वैभव ने अपने क्रिकेट करियर में कई स्तरों पर डेब्यू किया, जिनमें से प्रत्येक ने उन्हें सुर्खियों में लाया।
प्रथम श्रेणी क्रिकेटः वैभव ने जनवरी 2024 में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। उस समय उनकी उम्र मात्र 12 साल और 284 दिन थी, जिसने उन्हें बिहार के लिए दूसरा सबसे कम उम्र का रणजी डेब्यूटेंट और भारत में चौथा सबसे कम उम्र का खिलाड़ी बनाया।
टी20 क्रिकेटः 23 नवंबर 2024 को, उन्होंने राजस्थान के खिलाफ बिहार के लिए टी20 क्रिकेट में पहला मैच खेला।
आईपीएल डेब्यूः वैभव ने 19 अप्रैल 2025 को राजस्थान रॉयल्स के लिए लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ आईपीएल में डेब्यू किया। 14 साल और 23 दिन की उम्र में, उन्होंने पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर इतिहास रच दिया और सबसे कम उम्र के आईपीएल डेब्यूटेंट बने।
अंतरराष्ट्रीय यूथ क्रिकेटः 2023 में, वैभव ने इंडिया बी अंडर-19 के लिए एक चतुष्कोणीय सीरीज में दो अर्धशतकों के साथ 177 रन बनाए। सितंबर 2024 में, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ यूथ टेस्ट में 58 गेंदों में शतक (104 रन) बनाया, जो भारतीय अंडर-19 खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज शतक था।
वैभव सूर्यवंशी के रिकॉर्ड्स (Records)
वैभव ने अपनी छोटी सी उम्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जो उनकी असाधारण प्रतिभा का प्रमाण हैं। कुछ प्रमुख रिकॉर्ड निम्नलिखित हैंः
सबसे कम उम्र का लिस्ट ए डेब्यूटेंटः वैभव ने 13 साल की उम्र में लिस्ट ए क्रिकेट में डेब्यू करके यह रिकॉर्ड बनाया।
सबसे कम उम्र का आईपीएल डेब्यूटेंटः 14 साल और 23 दिन की उम्र में आईपीएल में पदार्पण।
सबसे कम उम्र में आईपीएल शतकः 28 अप्रैल 2025 को, गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक बनाकर वैभव सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने, जिन्होंने आईपीएल में शतक बनाया। यह भारतीय खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज आईपीएल शतक भी था।
आईपीएल में एक पारी में सबसे ज्यादा छक्केः वैभव ने अपनी शतकीय पारी में 11 छक्के लगाए, जो मुरली विजय के साथ संयुक्त रूप से भारतीय खिलाड़ी द्वारा एक आईपीएल पारी में सबसे ज्यादा छक्कों का रिकॉर्ड है।
भारतीय अंडर-19 का सबसे तेज शतकः ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ 58 गेंदों में शतक, जो अंडर-19 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज शतक है।
बिहार का दूसरा सबसे कम उम्र का रणजी डेब्यूटेंटः 12 साल और 284 दिन की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू।
एसीसी अंडर-19 एशिया कप में शानदार प्रदर्शनः 2024 में, वैभव ने यूएई के खिलाफ 46 गेंदों में 76 रन और श्रीलंका के खिलाफ सेमीफाइनल में 36 गेंदों में 67 रन बनाए।
इन रिकॉर्ड्स के अलावा, वैभव ने कई छोटे-बड़े टूर्नामेंट्स में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है। उनकी आक्रामक शैली और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता ने उन्हें क्रिकेट विशेषज्ञों का ध्यान खींचा है।
कुल संपत्ति (Net Worth)
वैभव सूर्यवंशी की अनुमानित कुल संपत्ति लगभग 1.5 करोड़ रुपये है। उनकी आय का मुख्य स्रोत उनका आईपीएल अनुबंध और घरेलू क्रिकेट से प्राप्त होने वाली फीस है। 2025 आईपीएल नीलामी में, राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा, जो उनकी उम्र के हिसाब से एक बड़ी उपलब्धि थी। इसके अलावा, रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट्स में प्रति मैच दिन के हिसाब से लगभग 40,000 रुपये की फीस मिलती है। हालांकि, वैभव का परिवार अभी भी साधारण जीवन जीता है, और उनके पिता ने उनके क्रिकेट करियर के लिए कई त्याग किए हैं। उनकी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा अभी उनके क्रिकेट प्रशिक्षण, यात्रा और उपकरणों पर खर्च होता है।
उम्र विवाद व अन्य तथ्य
वैभव की उम्र को लेकर कुछ विवाद भी सामने आए हैं। कुछ स्रोतों ने सुझाव दिया कि उनकी जन्म तिथि (27 मार्च 2011) सही नहीं हो सकती और वह 18 महीने बड़े हो सकते हैं। हालांकि, उनके पिता संजीव ने इन दावों का खंडन किया और कहा कि वैभव ने बीसीसीआई का हड्डी परीक्षण (बोन टेस्ट) पास किया है। उन्होंने आगे कहा कि वे किसी भी अतिरिक्त उम्र सत्यापन के लिए तैयार हैं।
वैभव को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी आईपीएल उपलब्धियों के लिए 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण पिछले दो साल से उनकी प्रगति पर नजर रख रहे हैं, जो उनके उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।
वैभव सूर्यवंशी भारतीय क्रिकेट के एक असाधारण प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और परिवार के समर्थन से असंभव को संभव बनाया है। बिहार के ताजपुर गांव से शुरू होकर आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय यूथ क्रिकेट में रिकॉर्ड तोड़ने तक का उनका सफर हर युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, रिकॉर्ड्स की लंबी फेहरिस्त और साधारण पृष्ठभूमि उन्हें क्रिकेट जगत में एक अनूठा स्थान दिलाती है। भविष्य में, वैभव निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।