पृथ्वी को अगर सबसे बड़ा खतरा किसी चीज़ से है तो वो है उल्कापिण्ड यानी एस्टेरॉयड, एक स्टेरॉएड की टक्कर में धरती से डायनासोरों की पूरी प्रजाति खत्म कर दी थी 

अब एक उल्कापिंड धरती की तरफ आ रहा है, जिसके टकराने की सटीक तारीख का पता चला है इस टक्कर में 22 परमाणु बमों के बराबर तबाही मचाने की ताकत होगी

आपने अपने पूरे जीवन में कभी न कभी तो आकाश गिरती हुई रोशनी तो देखी होगी और रोशनी के साथ-साथ एक गिरते हुये गोले जैसा दृश्य भी देखा होगा, ये उल्का होते हैं 

जब ये उल्का जलते हुये रूप में नीचे आकर पृथ्वी तक की तरफ गिरते हुये प्रतीत होते हैं तो इन्हे उल्का पिण्ड कहते हैं, साधारण बोलचाल की भाषा टूटता हुआ तारा या लूका भी कहते हैं।

उल्कापिंड हर 6 साल में हमारी धरती के बगल से गुजर जाता है लेकिन जो खबर आज हम आपको देने वाले हैं उसे जानकर आप भी हैरान और खबरा जायेंगे।

इसकी पृथ्वी से टक्कर 24 सितंबर 2182 में होगी यानी 159 साल बाद, डेली स्टार नाम की वेबसाइट के खबर के मुताबिक प्रलय की ये तारीख काफी दूर है, लेकिन नासा ने इससे बचने की तैयारी शुरू कर दी है।

जिस उल्कापिंड की बात चल रही है उसका नाम है बेन्नू उल्कापिंड ये वही उल्कापिंड है, जहाँ से नासा का एक यान मिट्टी और पत्थर का सैंपल लेकर धरती पर आया है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि बेनू उल्कापिंड के टकराने से जो नुकसान होगा वो बेहद भयानक होगा, लेकिन उसकी संभावना 2700 में एक ही है जिसे उल्कापिंड ने पृथ्वी से डायनासोरों को खत्म किया था

बेन्नू उल्कापिण्ड जमीन से टकराए या फिर समुद्र में गिरे तबाही बड़ी होगी इसकी वजह से पूरी दुनिया से कई जीवों की आबादी खत्म हो सकती है।

इसकी टक्कर से करीब करीब 10 किलोमीटर गड्ढा चौड़ा होगा। इतना ही नहीं इसकी वजह से टक्कर वाली जगह के चारों तरफ करीब 1000 किलोमीटर तक कुछ भी नहीं बचेगा