विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना की फिल्म ’छावा’अब सिर्फ एक फिल्म नहीं रह गई है, बल्कि ये एक जबरदस्त दीवानगी बन चुकी है।

इस फिल्म ने अपने 7 दिन ऐसी धूम मचाई है कि बड़ी-बड़ी फिल्मों की कमाई भी उसके सामने फीकी पड़ गई है। हां, आपने सही सुना, इस फिल्म ने छठे दिन अपने पहले दिन की कमाई से भी कमाल कर दिया है 

सच में आखिर के वो जो 20-25 मिनट इस फिल्म के थे वो इतने सारे इमोशंस एक साथ लाते हैं जिसे शब्दों में बता पाना मुश्किल है कई लोग अपने आंसुओं को नहीं रोक पाएंगे छत्रपति संभाजी महाराज इस भारत भूमि की वो संतान रहे हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी के साथ अपना बलिदान भी हिंदवी स्वराज के लिए दे दिया।

छावा Chhaava Movie बलिदान की कहानी है जो आज भी हर सच्चे हिंदुस्तानी के रगों में दौड़ती है पूरी फिल्म श्री शिवाजी गोविंद सावंत की किताब छावा से इंस्पायर्ड है जो छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है 

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सोचिए एक ऐसा व्यक्तित्व एक ऐसी पर्सनालिटी जो छत्रपति शिवाजी महाराज जैसी ही बड़ी हो उनके काम को आगे बढ़ाना कितना चैलेंजिंग रहा होगा लेकिन छत्रपति संभाजी महाराज ने अपने पिता के नाम का स्वाभिमान 100 गुना बढ़ा दिया। 

एक तरफ अपने ही बाप और भाइयों को मारकर गद्दी पर बैठने वाला औरंगजेब और दूसरी तरफ अपने पिता की कीर्ति को देश और दुनिया भर में फैला देने वाले छत्रपति संभाजी महाराज ये उन दो सोच के बीच की लड़ाई है जो इस फिल्म में दिखाई गई है 

दक्कन की सीमाओं को मराठा बाहुबल और नीतियों से सेफ रखने वाले छत्रपति संभाजी महाराज की लड़ाई सिर्फ मुगलों से नहीं थी बल्कि उन गद्दारों से भी थी जिनकी वजह से उन्हें अपना बलिदान देना पड़ा  

फिल्म में एक सीन है जब औरंगजेब का बेटा अकबर ये कहता है कि हम यहां तलवार लिये आपका इंतजार कर रहे थे और आप निहत्थे यहां पर आ गए, जिसके जवाब में छत्रपति संभाजी महाराज कहते हैं कि हम अपनी तलवार का आदर करते हैं वैसे भी सांप के बच्चे को तलवार से नहीं उंगलियों से पकड़ते हैं 

बात तो सही है विकी कौशल ने इसी रॉब के साथ छत्रपति संभाजी महाराज के कैरेक्टर को प्ले किया है पूरी फिल्म में उनकी परफॉर्मेंस लाजवाब है महाराज के जीवन को स्क्रीन पर उतारना अपने आप में एक चैलेंज है जिसे विक्की कौशल ने बड़े अच्छे तरीके से निभाया है