दिल्ली में स्थित भारत मंडपम किसी राजमहल से कम नहीं, जो 123 एकड़ में बना हुआ है और इसे बनाने में लगभग 2700 करोड़ रुपये खर्च हुआ है।

प्रधानमंत्री ने बुधवार, 26 जुलाई 2023 को दिल्ली के प्रगति मैदान में आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स ‘भारत मंडपम’ का उद्घाटन किया था। 

देश के इस सबसे बड़े कन्वेशन सेंटर में 10 हजार लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता है। भारत मंडपम को तीन मंजिला बनाया गया है।

Bharat Mandapam के हर मंजिल, हर कमरे और हर जगह पर भारतीय संस्कृति व परंपरा की छाप दिखाई पड़ती है। ये पूरा कन्वेशन सेंटर 123 एकड़ में फैला हुआ है।

भारत मंडपम ऑस्ट्रेलिया के सिडनी ओपेरा हाउस से भी बड़ा बना है। इसके अलावा इसमें तीन ओपन एम्फीथिएटर भी बनाये गये हैं। इन एम्फीथिएटर में एक बार में 3 हजार लोग आराम से बैठ सकते हैं।

Bharat Mandapam के पहले मंजिल पर 18 रूम बनाया गया है। जिसे कॉन्फ्रेंस के लिये इस्तेमाल किया जायेगा। साथ ही वीआईपी लॉन्ज भी बनाया गया है।

Bharat Mandapam के दूसरे मंजिल पर दो बड़े हॉल बनाये गये हैं और साथ ही एक समिट रूम भी बनाया गया है व इस फ्लोर पर एक बड़ा लॉन्ज एरिया भी बनाया गया है।

Bharat Mandapam के तीसरे व आखिरी मंजिल पर एक बड़ा सा हॉल बनाया गया है। जिसमें 4000 लोगों के बैठने की व्यवस्था हो सकती हैं। इससे ओपन एम्फीथिएटर भी बना हुआ है। जिसमें 3000 लोग बैठ सकते है। इस तरह से इस हॉल में एक बार में 7000 लोग आराम से बैठ सकते हैं।

एक रिपोर्ट्स के अनुसार पूरा कन्वेंशन सेंटर लगभग 2700 करोड़ की लागत में बनाया गया है। जिसमें से अकेले भारत मंडपम पर 750 करोड़ रुपये खर्च हुये हैं।

भारत मंडपम दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित है। इसमें सबसे ऊपर विंडो टू दिल्ली बनायी गयी है। यहां से कर्तव्य पथ, राष्ट्रपति भवन व इण्डिया गेट नजर दिखायी देता है।

Bharat Mandapam को बनाने में कश्मीर और भदोही उत्तर प्रदेश के कारीगरों के हाथ से बनायी गयी कालीने बिछायी गयी हैं। इसे भव्य व आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाने के लिये आर्किटेक्चरों ने जर्मनी और चीन में बने कन्वेशन सेंटर का दौरा किया था।

भारत ने देश की राजधानी दिल्ली में 9 सितंबर से 10 सितंबर के बीच इसी ‘भारत मंडपम’ में जी-20 का आयोजन किया है जिसमें दुनिया बड़े-बड़े देश शामिल हुये थे।