भारत मंडपम (Bharat Mandapam Delhi) क्या है, क्यों है इतना खास, कहां है स्थित?

भारत मंडपम के बारे में Bharat Mandapam Delhi ke bare me

Bharat Mandapam Delhi in Hindi : भारत की राजधानी, दिल्ली में स्थित मंडपम किसी राजमहल से कम नहीं, जो 123 एकड़ में बना हुआ है और इसे बनाने में लगभग 2700 करोड़ रुपये खर्च हुआ है। ITPO Pragati Maidan में बना ये भारत का नया काम्प्लेक्स है जो दुनिया के शीर्ष 10 कन्वेशन सेंटर्स में से एक है। देश के इस सबसे बड़े कन्वेशन सेंटर में 10 हजार लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता है। मंडपम को तीन मंजिला बनाया गया है।

Bharat Mandapam में कई वीआईपी लॉज व आधुनिक टेक्नोलॉजी वाले कॉन्फ्रेंस रूम बनाये गये हैं। मंडपम के तीसरे फ्लोर में सात हजार लोगों को एक साथ बैठने की क्षमता वाला बनाया गया है व थियेटर में 3 हजार लोग एक साथ बैठ सकते हैं। टेक्नोलॉजी के साथ-साथ इसमें वीआईपी की सुरक्षा का भी विषेश ध्यान व खास इंतजाम किया गया है।

भारत मंडपम की कब बना Bharat mandapam Kab Bana

प्रगति मैदान को पुननिर्मित करने का काम साल 2017 में शुरू किया गया था। जिसको नेशनल प्रोजेक्ट के अंतर्गत बनाया गया है। इस पर लगभग 2,700 करोड़ रुपये खर्च का खर्च आया। प्रधानमंत्री ने बुधवार, 26 जुलाई 2023 को दिल्ली के प्रगति मैदान में आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स ‘भारत मंडपम’ का उद्घाटन किया था। इस उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री अभिनेता और कई अन्य व्यक्ति भी शामिल हुये थे। प्रधानमंत्री ने प्रगति मैदान में पुनर्विकसित भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) परिसर में इसके आधिकारिक उद्घाटन किया था। उन्होंने परिसर के निर्माण में शामिल रहे मजदूरों से भी बातचीत की और उन्हें सम्मानित भी किया था।

Bharat mandapam delhi adar kya kya hai
Bharat mandapam delhi adar kya kya hai

भारत मंडपम के अन्दर क्या क्या है Bharat mandapam ke adar kya kya h

Bharat Mandapam के हर मंजिल, हर कमरे और हर जगह पर भारतीय संस्कृति व परंपरा की छाप दिखाई पड़ती  है। ये पूरा कन्वेशन सेंटर 123 एकड़ में फैला हुआ है। इसका एरिया काफी बड़ा बनाया गया है। इसमें 7 नये एग्जिबिशन हॉल बनाये गये हैं। इसके तीसरी मंजिल पर एक बड़ा हॉल भी है, जिसमें 7 हजार लोग एक साथ आराम से बैठ सकते है।

भारत मंडपम ऑस्ट्रेलिया के सिडनी ओपेरा हाउस से भी बड़ा बना है। इसके अलावा इसमें तीन ओपन एम्फीथिएटर भी बनाये गये हैं। इन एम्फीथिएटर में एक बार में 3 हजार लोग आराम से बैठ सकते हैं। 3 फ्लोर में बने भारत मंडपम को मीटिंग, कॉन्फ्रेंस व एग्जिबिशन के लिये बनाया गया है। इसमें एक वीआईपी रूम भी बनाया गया है। जिसे स्पेशल प्रधानमंत्री के लिये बनाया गया है।

Bharat Mandapam के पहले मंजिल पर 18 रूम बनाया गया है। जिसे कॉन्फ्रेंस के लिये इस्तेमाल किया जायेगा। साथ ही वीआईपी लॉन्ज भी बनाया गया है।

Bharat Mandapam के दूसरे मंजिल पर दो बड़े हॉल बनाये गये हैं और साथ ही एक समिट रूम भी बनाया गया है व इस फ्लोर पर एक बड़ा लॉन्ज एरिया भी बनाया गया है। जिसे जरूरत पड़ने पर समिट रूम के तौर पर यूज किया जा सके।

Bharat Mandapam के तीसरे व आखिरी मंजिल पर एक बड़ा सा हॉल बनाया गया है। जिसमें 4000 लोगों के बैठने की व्यवस्था हो सकती हैं। इससे ओपन एम्फीथिएटर भी बना हुआ है। जिसमें 3000 लोग बैठ सकते है। इस तरह से इस हॉल में एक बार में 7000 लोग आराम से बैठ सकते हैं।

bharat mandapam ki photos
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भारत मंडपम में कुल खर्च Bharat mandpam me kul kitna kharch hua

एक रिपोर्ट्स के अनुसारये पूरा कन्वेंशन सेंटर लगभग 2700 करोड़ की लागत में बनाया गया है। जिसमें से अकेले भारत मंडपम पर 750 करोड़ रुपये खर्च हुये हैं।

भारत मंडपम कहां स्थित है Bharat mandapam kaha hai

भारत मंडपम दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित है। इसमें सबसे ऊपर विंडो टू दिल्ली बनायी गयी है। यहां से कर्तव्य पथ, राष्ट्रपति भवन व इण्डिया गेट नजर दिखायी देता है।

भारत मंडपम को किसने बनाया Bharat mandapam kisne banaya hai

Bharat Mandapam को वैसे तो भारत सरकार द्वारा बनाया गया है। जिसको बनाने में कश्मीर और भदोही उत्तर प्रदेश के कारीगरों के हाथ से बनायी गयी कालीने बिछायी गयी हैं। जिस हॉल जी-20 समिट होना है वहां पर कश्मीरी कालीनें बिछायी गयी ह व बाहर भदोही की कालीनें बिछायी गयी हैं। इसे भव्य व आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाने के लिये आर्किटेक्चरों ने जर्मनी और चीन में बने कन्वेशन सेंटर का दौरा किया था।

भारत मंडपम क्यों है इतना खास Bharat mandapam kyo hai itna khas

Bharat Mandapam की इमारत को शंख के आकार में डिजाइन में किया गया है। मंडपम की दीवारों पर भी हमारी भारतीय संस्कृति की परछाई नजर आती है। इसके अलावा यहां पर पार्किंग के लिये भी काफी बड़ा स्पेस है। यहां एक बार में 5000 के आस-पास गाड़ियों को पार्क किया जा सकता है। जिनसे से 4000 गाड़ियां अंडरग्राउंड पार्किंग में खड़ी हो सकती है।

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