इलेक्ट्रिक ईल एक प्रकार की मछली है जो अमेज़न नदी और उसके सहायक नदियों में पाई जाती है ।

कुछ लोगों को तो बड़ी हैरानी होगी कि यह कैसे हो सकता है कि एक मछली जो करंट पैदा करती है। करंट ही नहीं बल्कि यह करंट के झटके भी देती है।

इलेक्ट्रिक ईल के शरीर में उत्पन्न होने वाला ये करंट इसके शरीर में मौजूद Electrolight Cell इलेक्ट्रोलाईट कोशिका की वजह से होता है।

इलेक्ट्रिक ईल ये मछली ज्यादातर मटमैले पानी में और जहां पर अंधेरा ज्यादा होता वहां रहती है।

इलेक्ट्रिक ईल यह एक ऐसी मछली है जिसकी बॉडी पतली, बेलनाकार और लम्बी होती है। ये सांप नहीं है बल्कि एक प्रकार की मछली होती है।

इलेक्ट्रिक ईल मछली की 19 फैमिली होती है इसकी प्रजाति लगभग 800 के आसपास है। भारत में भी इसकी तीन प्रजातियां पायी जाती हैं।

इलेक्ट्रिक ईल मछली छोटी-छोटी मछलियों या कीडे-मकोड़ों पर 400-500 वाट का करंट छोड़कर उन पर हमला करके शिकार करती है।

इलेक्ट्रिक ईल मछली जितना करंट छोड़ सकती है उतने में तो मगमच्छ भी वेहोश हो सकता है। इसलिये मगरमच्छ भी इससे दूर रहते हैं।

इलेक्ट्रिक ईल मछली 600 से 860 वोल्ट तक करंट पैदा करती है जिसमें इंसान की भी मृत्यु हो जाती है।