12th Fail Movie इस फिल्म की कहानी है 12वीं फेल एक शख्स की जो बहुत गरीब परिवार से आता है और बड़े संघर्ष करने के बाद वह 12 पास हो जाता है वो भी थर्ड डिवीजन से। दरअसल ये कहानी मनोज शर्मा नाम के एक आईपीएस की है। जो सच्ची घटना पर आधारित है। तो चलिये जान लेते हैं कि 12वीं में हिन्दी को छोड़कर बाकी सभी विषयों में फेल होने के बाद वह आईपीएस कैसा बना।
12वीं फेल मूवी कैसी है– 12th fail movie kaisi hai?
12th fail movie- ये कहानी है चंबल में रहने वाले मनोज शर्मा की है। वह बहुत गरीब परिवार से आता है उसके घर में खाने के लाले पड़े हुये थे और वह बहुत गरीबी से जूझ रहा था और पढ़ाई में भी मन नहीं लगता था। स्कूल में एक साल चीटिंग नहीं हो पायी थी क्योंकि वहां पर एक ईमानदार अफसर एस.डी.एम आ जाता है और वह नकल नहीं करने देता है बोर्ड एक्जाम में। जिसकी वजह से मनोज 12वीं कक्षा में फेल हो जाता है और वह बाद में पूछता है कि यह कौन अफसर है जिसके पास इतनी ज्यादा पावर रहती है जिसकी वजह से प्रिसिंपल और टीचर सभी डर जाते हैं और हमें नकल भी नहीं करने दिया गया।
तब उसको यानि मनोज को पता चलता है कि वह अफसर एक SDM होता है। जिसके पास इतना पावर होता है। यह जानकर मनोज भी अब उस अफसर जैसा बनना चाहता है। तब वह अपने टीचर से पूछता है कि सर क्या करूं वह कहते हैं, कि चीटिंग बंद कर दे। मनोज चीटिंग बंद कर देता है अगले साल थर्ड डिवीजन से 12th पास कर लेता है। बाकी चीटिंग करने वाले फर्स्ट डिवीजन से पास करते हैं।
फिर मनोज आईएएस बनने का सपना देखता है, अफसर बनने का सपना देखता है अब वह आईएएस बनने सपना लेकर अपने गांव से निकल पड़ता है उसके कुछ भी नहीं पता होता है कि क्या करना है कहां जाना है। वह ग्वालियर जाता है फिर उसके बाद दिल्ली के मुखर्जी नगर जाता है जहां पर वह तैयारी करने लगता है और परीक्षा पास करके वह आईएएस बन जाता है।
12वीं फेल मूवी कहानी क्या है- 12th fail movie story kya hai?
मनोज शर्मा के ऊपर 12th fail नाम से फिल्म बनी है। इस फिल्म मुख्य किरदार विक्रांत मैसी ने बखूबी निभाया है। ऐसा लगता है मानो वह खुद ही मनोज हो। उन्होंने जिस तरह से किरदार को निभाया है ना मेरे हिसाब से उसे ही एक्टिंग कहते हैं। एक्टिंग का अगर कोई बहुत ऊंचा पैमाना है, विक्रांत मैसी ने उसे भी छू लिया है।
झुके हुए कंधे आंखों में सपने कभी चक्की पिस्ता हुआ शख्स, तो कभी चाय की दुकानपर चाय सर्व करता हुआ शख्स, मतलब विक्रांत मैसी ने इस किरदार को जिस तरह से जिया है ना ऐसा लगता है कि उन्होंने मनोज की जिंदगी को जैसे बहुत करीब से देखा है। विक्रांत के करियर का यह सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस है और मेरा मानना है कि अगर हिंदी सिनेमा के इतिहास में अगर परफॉर्मेंस रखे जाएंगे ना तो टॉप टेन में यह परफॉर्मेंस जरूर आनी चाहिए, तभी इस परफॉर्मेंस के साथ न्याय होगा।
मेधा शंकर ने विक्रांत की गर्लफ्रेंड का किरदार निभाया है फिल्म में जब वह आती है तो थोड़ा खलता है लेकिन बाद में लगता है यह कितनी जरूरी है उनका काम भी कमाल का है, अनंत विजय विक्रांत के दोस्त के किरदार में हैं एक ऐसा शख्स जो पिता के प्रेशर में इसकी तैयारी कर रहा है, उनका काम भी शानदार है। कमल की एक्टिंग की है उन्होंने विकास दिव्यकीर्ति जो इसकी तैयारी करवाते हैं वह भी इस फिल्म में नजर आते हैं और उन्होंने एक्टिंग की ही नहीं है उन्होंने खुद का किरदार निभाया है और बिल्कुल वैसा निभाया है जैसा हम उन्हें देखते हैं। ऐसा लगा ही नहीं की फिल्म के कैमरे से उन्हें कोई फर्क पड़ा हो। वह भी कमाल है।
12वीं फेल मूवी का डायरेक्टर कौन है– 12th fail movie director kaun hai?
डायरेक्शन की बात की जाये तो विधु विनोद चोपड़ा के करियर की भी बेहतरीन फिल्मों में से एक हालांकि मैं यह नहीं कह सकता सबसे बेहतरीन क्योंकि उन्होंने बहुत शानदार फिल्में बनाई लेकिन यहां वह हर किरदार के साथ न्याय करते हैं इस कहानी के साथ न्याय करते हैं और जहां आपको कोई चीज अखड़ती है जैसे फर्स्ट हाफ में मुझे ऐसा लगा की लव इंटरेस्ट क्यों दिखाई बाद में वह उसे जस्टिफाई कर देती है हर चीज बिना शोर-शराबा के बिना बड़े सीट्स के भी एक शानदार फिल्म बनाई जा सकती है।
12वीं फेल मूवी का रिव्यू कैसा है- 12th fail movie review kaisa hai?
12th fail movie में म्यूजिक की बात की जाये तो बहुत अच्छा है और बैकग्राउंड म्यूजिक तो बहुत शानदार है क्योंकि बैकग्राउंड में म्यूजिक है ही नहीं, जी हां जब जरूरत ही नहीं थी तो क्यों डालना यहां भी ऐसा किया गया बैकग्राउंड में आटा चक्की की आवाज आती है। बैकग्राउंड में विक्रांत की सांसों की आवाज आती है, बैकग्राउंड में जब वह 8-9 घंटे पढ़ कर थक जाता है, उसकी थकान महसूस होती है और उससे अच्छा म्यूजिक इस फिल्म के लिए हो नहीं सकता था।
12th fail movie एक ऐसी फिल्म है जो आप कोई इमोशनल करती है आपको एक सफर पर ले जाती है और अगर आप इस की तैयारी कर रहे हैं या किसी को जानते हैं जो इस की तैयारी कर रहा हो जब वह यह फिल्म देखेगा ना तो यकीन मानिए मोटिवेट हो जाएगा। मुझे भी लगा कि यार अगर उम्र बची होती तो इसकी आईपीएस की तैयारी कर लेते यह फिल्म आपको इस हद तक मोटिवेट करती है यह इस साल की अब तक की सबसे शानदार फिल्म है और बहुत वक्त बाद मुझे लगा कि कोई बहुत प्यारी फिल्म देखी है, कोई बहुत अच्छी फिल्म देखी है, आप भी जरूर देखिएगा। विशेषरूप से जो छात्र-छात्रायें हैं उन्हें जरूर देखना चाहिये।