G20 Summit News in Hindi: भारत में 9 सितंबर से 10 सितंबर के बीच देश की राजधानी दिल्ली में दुनिया के सबसे बड़े मंच है यानी जी-20 समिट का आयोजन हो रहा है जिसमें दुनिया के शीर्ष 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे भारत के लिये यह बहुत अच्छा समय है क्योंकि भारत में पहली बार इतने बड़े मंच का आयोजन होने जा रहा है अब विस्तार से जानते हैं कि जी-20 समिट है क्या और इसका इतिहास क्या है भारत के लिये यह समय इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
जी-20 समिट के बारे में (G20 summit ke bare me and Country List)
भारत में G-20 summit सम्मेलन का आयोजन हो रहा है जिसमें दुनिया के शीर्ष 20 देशों के राष्ट्रप्रमुख भारत आ रहे हैं इसके अतिरिक्त भारत ने 9 अन्य देशों को भी आमंत्रित किया है यह संगठन दुनिया की 85% जीडीपी और 75% से अधिक वैश्विक व्यापार और इसके साथ ही दुनिया की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है
जी-20 समिट की अध्यक्षता कब तक रहती है (G20 summit ki president kab tak hoti hai)
G20 summit की अध्यक्षता सदस्य देशों के बीच बदलती रहती है इस वर्ष भारत G-20 का अध्यक्ष है और भारत के पास यह पद नवंबर 2023 तक रहेगा इससे पहले जी-20 की अध्यक्षता इंडोनेशिया के पास थी आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारत के बाद जी-20 की अध्यक्षता ब्राजील के पास जाए कि इसी क्रम को जी-20 टॉयका बोलते हैं वर्तमान समय में जी-20 के सदस्य देश इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील है जी-20 स्थापना 1999 में एशियाई आर्थिक संकट की गई थी
जी-20 समिट क्या है (G20 summit kya h)
G-20 summit सम्मेलन (G-20 Summit) एक अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन है जिसमें दुनियाभर के 20 प्रमुख आर्थिक राष्ट्र शामिल होते हैं। यह सम्मेलन दुनिया की महत्वपूर्ण आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने और साथ में काम करने का मंच प्रदान करता है। जी-20 में भारत भी शामिल है और यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक मंच है जो दुनिया की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधियों पर गहरे विचार-विमर्श करता है।
जी-20 समिट से क्या फायदा होता है (G20 summit ke fayde)
G20 summit सम्मेलन का उद्देश्य विश्वासी और स्थिर आर्थिक विकास को संवाद और सहयोग के माध्यम से प्राथमिकता देना है। यह सम्मेलन विभिन्न आर्थिक मुद्दों जैसे कि व्यापार, वित्त, उद्योग, शिक्षा, साइबर सुरक्षा, और पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा करता है और उनका समाधान खोजने का प्रयास करता है।
G20 summit सम्मेलन के दौरान विशेष चर्चाओं और मीटिंग्स का आयोजन किया जाता है, जिसमें विश्व के प्रमुख आर्थिक शासक राष्ट्रों के नेताओं के बीच आपसी बातचीत होती है। इसके माध्यम से आर्थिक सहयोग बढ़ावा दिया जाता है और आर्थिक गतिविधियों के क्षेत्र में साथ में काम किया जाता है ताकि दुनिया के लोगों को आर्थिक विकास की दिशा में एक बेहतर भविष्य मिल सके।
G20 summit सम्मेलन का आयोजन प्रतिवर्ष एक बार होता है और इसमें विभिन्न देशों के नेताओं की भागीदारी होती है, जिसमें आर्थिक मुद्दों को समझने और समाधान खोजने के लिए आपसी सहमति प्राप्त की जाती है।
जी-20 समिट में कितने देश होते हैं G-20 देशों की सूची: (G20 summit me kul kitne desh hai)
- अर्जेंटीना
- ऑस्ट्रेलिया
- ब्राजील
- कैनाडा
- चीन
- फ्रांस
- जर्मनी
- भारत
- इंडोनेशिया
- इटली
- जापान
- मेक्सिको
- रूस
- सऊदी अरब
- दक्षिण अफ्रीका
- दक्षिण कोरिया
- तुर्की
- यूनाइटेड किंगडम (यूके)
- यूनाइटेड स्टेट्स (यूएस)
- यूरोपीय संघ
G-20 Summit के मुख्य उद्देश्य हैं: (G20 summit ka goal kya hai)
आर्थिक संकट: G-20 देशों का मुख्य उद्देश्य आर्थिक स्थिति को सुधारना और आर्थिक संकट से निपटने का प्रयास करना है। इसमें विश्वभर के आर्थिक मुद्दों पर बातचीत होती है।
व्यापार: व्यापार और वित्तीय प्रणाली के मामले में सहयोग और समझौता करने की कोशिश की जाती है, जिससे व्यापारिक संघटन को बढ़ावा मिल सके।
अवसरों की समृद्धि: G-20 Summit के तहत विकास और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए समृद्धि और रोजगार के अवसरों का विस्तार किया जाता है।
विचारधारा और सामाजिक मुद्दे: सामाजिक मुद्दे, जैसे कि जनजातियों के अधिकार और महिलाओं का समर्थन, इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
G-20 Summit को देश के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति द्वारा प्रबंधित किया जाता है और प्रत्येक वर्ष अलग-अलग देशों में आयोजित होता है। यह मंच वैश्विक आर्थिक माहौल पर प्रभाव डालने के मुख्य साधन है और व्यक्तिगत और आर्थिक समृद्धि के लिए समर्थन प्रदान करता है।