Dada Saheb Phalke Award News In Hindi: मशहूर सदाबहार एक्ट्रेस वहीदा रहमान को भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा सबसे प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के अवार्ड दिए जाने गए ऐलान किया गया है यह घोषणा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने की।
वहीदा रहमान भारतीय सिनेमा की वह शख्सियत रही है जो कई दशकों से सक्रिय है आज भी बदलते वक्त के साथ उन्होंने अपने आप को कई किरदारों में ढाला है। आपको बता दें कागज के फूल, चौधरी का चांद जैसी उनकी फिल्में हमेशा के लिए लोगों के दिलों में बस गई है।
अपने द्वारा की लीडिंग एक्ट्रेस रही वहीदा रहमान ने उसे दूर के लगभग हर बड़े स्तर के साथ काम किया और उनकी फिल्में सुपर डुपर हिट रही है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ ही तमाम लोगों ने इस अवार्ड को वहीदा रहमान को दिए जाने पर अपनी खुशी जाहिर की है। अनुराग ठाकुर ने लिखा, इस साल का दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड वहीदा रहमान जी को सिनेमा जगत में उनके शानदार योगदान के लिए दिया जाएगा। उन्हें अवार्ड देने का ऐलान करते हुए मुझे बहुत खुशी और सम्मान का एहसास हो रहा है। वहीद जी ने हिंदी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी । इनमें प्यासा, कागज के फूल, चौधरी का चांद, साहिब बीवी और गुलाम, खामोशी जैसी शानदार फिल्में शामिल है। जिस वजह से उन्हें फिल्म रेशमा और शेरा के लिए नेशनल अवार्ड भी मिला।
पद्मश्री और पद्म भूषण से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है भारतीय नारी के समर्पण की जहां पर बात होती है ताकत की जहां पर बात होती है और वही बदलते वक्त के साथ खुद को ढालने की बात होती है, तो वहीदा रहमान का नाम सामने आता है वहीदा रहमान ने अपने करियर में कड़ी से कड़ी मेहनत के साथ हर वो मुकाम हासिल किया है जो लोगों के लिए सपने से काम नहीं है।
इसलिए अनुराग ठाकुर जब भी लिखते हैं, ऐसे दौर में जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद में पारित हुआ है। वहीदा जी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाना है। भारतीय सिनेमा की उन लीडिंग लेडिस को सच्ची श्रद्धांजलि है उनको भी जिन्होंने फिल्मों के बाद अपनी लाइफ को जरूरतमंदों की भलाई के लिए समर्पित किया और समाज के लिए काम किया हो।
आपको बता दें कि वहीदा रहमान अपनी जिंदगी को लेकर ज्यादा बात करना पसंद नहीं करती है, लेकिन हां इंटरव्यूज में खुलकर वह अपने ऑन स्क्रीन स्टार के बारे में बात करती है और आज भी इस बात के लिए तैयार रहती है कि अगर कोई अच्छा किरदार उन्हें मिलेगा तो वह उसके लिए ना नहीं रहती जो उनके अंदर के कलाकार के जज्बे को दिखाता है क्योंकि जो रुतबा शोहरत या फिर पैसा उन्हें हासिल करना था वह सब कुछ हासिल कर चुकी है। लेकिन उनके अंदर का कलाकार उन्हें हारने नहीं देता। उन्हें ठाकरे नहीं देता है, पूरी फिल्म इंडस्ट्री आज इस बात पर उन्हें शुभकामनाएं दे रही है कि भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा और सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड दादा साहेब फाल्के पुरूरकार वहीदा रहमान को दिया जा रहा है ।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार क्या है? (Dada Saheb Phalke Award kya hai)
आपको बता दे दादा साहेब फाल्के पुरस्कार को बॉलीवुड इंडस्ट्री का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला है एक ऐसा पुरस्कार है जो स्टार्स को भारतीय सिनेमा में उनके जीवन योगदान के लिए दिया जाता है।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार कब शुरू हुआ? (Dada Saheb Phalke Award kab suru hua)
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की शुरुआत साल 1969 में हुई थी। यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा भारतीय सिनेमा में दादा साहेब फाल्के के योगदान के सम्मान में शुरू किया गया था।
दादा साहेब फाल्के कौन थे? (Dada Saheb Phalke kaun the)
दादा साहेब फाल्के, जिन्हें भारतीय सिनेमा का पिता के रूप में जाना जाता है आपको बता दे भारतीय फिल्म निर्माता थे जिन्होंने 1913 में भारत की सबसे लंबी फीचर फिल्म बनाई थी जो 40 मिनट की साइलेंट फिल्म थी जिसका नाम था राजा हरिश्चंद्र।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार सबसे पहले किसको मिला? (Dada Saheb Phalke Award sabse pahle kisko mila)
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार सबसे पहले फिल्म अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था। जिन्होंने जवानी की हवा, कर्मा, जन्मभूमि, सावित्री, जीवन नैया, जैसी फिल्मों में काम किया और अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल भी जीता।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार में कितना पैसा मिलता है? Dada Saheb Phalke Award kitna paisa milta hai)
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार में 10,00,000 रूपये दिये जाते हैं?