Dahaad Web Series ऐसा किलर जो 27 लड़कियों का रेप करके मार दिया, ऐसे फसाता था प्यार में?

Dahaad Web Series review in hindi: दहाड़ वेब सीरीज 12 मई 2023 को रिलीज हुई है। इसकी कहानी में एक सीरियल किलर है जिसे पुलिस पकड़ने का काम करती है। इस वेब सीरीज के 8 एपिसोड और वह भी करीब 50-50 मिनट के 7 घंटे से ज्यादा लंबी वेब सीरीज है। इस वेब सीरीज में राजस्थान के मांडव की कहानी को दिखाया गया है। जहां पुलिस फोर्स में तैनात सोनाक्षी सिन्हा और गुलशन देवाईया को एक सीरियल किलर जो 30 लड़कियों का खून कर चुका है उसे पकड़ने की जिम्मेदारी दी जाती है।

दहाड़ वेब सीरीज (Dahaad Web Series) में सीरियल किलर को लेकर कोई सस्पेंस या मिस्ट्री नहीं रखी गई है शुरुआत से ही पता होता है की कलर कौन है बस उसे तक पुलिस किस तरीके से जांच करके पहुंचती है यही इस वेब सीरीज का संस्पेस है।

दहाड़ वेब सीरीज की स्टोरी क्या है – Dahaad Web Series story kya hai

दहाड़ वेब सीरीज के पहले एपिसोड में हिंदू लड़की और मुसलमान लड़के के साथ भागने को दिखाया गया। वह भी ठाकुरों को खलनायक के रूप में दिखाकर। जाति प्रथा पर कई जगह हल्ला बोला गया है। वेब सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे एक छोटी जाति की पुलिस इंस्पेक्टर जब एक बड़ी जाति के कांस्टेबल के केबिन के आगे से निकलती है तो वह कांस्टेबल हर बार अगरबत्ती जला लेता है यहां दिखाया जाता है कि एक छोटी जाति की पुलिस ऑफिसर को ठाकुरों की हवेली में घुसने की इजाजत नहीं होती है।

Dahaad Web Series ke characters
Dahaad Web Series ke characters

दहाड़ वेब सीरीज के कैरेक्टर्स – Dahaad Web Series ke characters

एक्टिंग की बात करें तो सोनाक्षी सिन्हा की एक्टिंग अच्छी है एवं उनकी डायलॉग डिलीवरी का जो फ्लो है वह भी अच्छा है बट जी राजस्थानी टोन को वह उसे करती है वह एक हद तक तो झेलना लायक रहता है। लेकिन एक समय पर आकर वह इरिटेटिंग लगने लगता है।

सोनाक्षी सिन्हा ने वैसी राजस्थानी बोली है जैसी भोजपुरी रितिक रोशन ने सुपर 30 में बोली थी अपनी भाषा के ठीक विपरीत पृष्ठभूमि वाली फिल्म में डायलॉग बोलना आसान नहीं होता।

उनके कैरेक्टर को कंट्रोवर्शियल बनाने की कोशिश दिखती है जैसे उनका अपने करते गुरु के पर ना छूना मां के कहने पर भी पूजा में ना बैठना और पूजा को गैर जरूरी समझाना उनके कैरेक्टर को मानसिक पीड़ित टाइप से दिखाया गया है जो पीड़ा अंदर तो है लेकिन वह उसे अंदर ही रखती है और लास्ट एपिसोड में जब विजय वर्मा के पिताजी उसे छोटी जाति का कहकर हवेली में अंदर नहीं आने देते। तो उसकी वह भड़ास बाहर आ जाती है क्योंकि इससे पहले भी कई सीन में उसके साथ इस तरह का व्यवहार होता दिखाया गया है।

गुलशन देवईया एक फैमिली मैन और पुलिस ऑफिसर दोनों किरदारों में दिखे हैं। उनकी शादीशुदा लाइफ से बहुत से लोग कनेक्ट कर सकते हैं। एक सीन में वाइफ और हस्बैंड के बीच जिस तरीके से अरगुमेंट होते दिखाया गया है जहां वाइफ घर के सब काम करने का अहंकार दिखती है, तो पति को थोड़ा बेबस दिखाया गया है। इस सीन में डायलॉग है तो पति को थोड़ा बेबस दिखाया गया है इस सीन में डायलॉग अच्छे लिखे गए हैं।

दहाड़ वेब सीरीज रिव्यू? Dahaad Web Series review in hindi

विजय वर्मा जो वेब सीरीज के में अट्रैक्शन है वह कई मौकों पर एक साइको वाली फील तो कराते हैं वह चाहे सेम डायलॉग से लड़की पटाने वाले सीन हो या अपने भाई को नीचा दिखाने के बाद, साइड फेस करके मुस्कुराने वाले सीन हो।

हालांकि मुझे ऐसा लगता है कि शांत सीरियल किलर वाले किरदार में और भी वैरायटी जोड़ने की संभावनाएं रहती है लेकिन एक शांत आम सा आदमी जो प्रोफेसर है, वह चीजों को जिस तरीके से डील करता है। यह रवैया हर हॉलीवुड में सीरियल किलर का देखने को मिलता है।

विजय वर्मा का अपने पिता के साथ जिस तरीके का अरगुमेंट लास्ट में देखने को मिला वह कुछ नया था किरदार में। वेब सीरीज में साइको बनने की कारण ढंग से रिवील नहीं होता है और यह एक सीरियल किलर फिल्म का अहम हिस्सा होता है जिसे जानने के लिए पब्लिक लास्ट तक इंतजार करती है। सिनेमैटोग्राफी अच्छी है, एक्शन सींस ना के बराबर है तो कुल मिलाकर आपके पास एक्स्ट्रा समय है तो यह वेब सीरीज आप देख सकते हैं।

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