शिलाजीत (Shilajit) क्या होता है कहां पाया जाता है, फायदे – नुकसान व कब और कितना खाना चाहिये?

शिलाजीत क्या होता है?  Shilajit kya hota hai.

Shilajit ke bare me hindi:  शिलाजीत एक चिपचिपा तार लाइक पदार्थ होता है यानी तारकोल की तरह दिखाई देने वाली एक चीज होती है। जो की हाई एल्टीट्यूड हिमालयन रॉक में मिलती है। आयुर्वेद में हजारों साल से शिलाजीत को बहुत सारी अलग-अलग बीमारियों के इलाज में उसे किया जाता रहा है। जहां आयुर्वेद में शिलाजीत को एक रसायन माना जाता है जो कि हमारी बॉडी को रिजूवनेट करता है एनर्जी और स्टेमिना को बढ़ाता है। वहीं मॉडर्न रिसर्च में पाया गया है कि इसमें मौजूद फुलविक एसिड, ह्यूमिक एसिड और 80 से भी ज्यादा अलग-अलग मिनरल्स की वजह से हमें शिलाजीत के सारे फायदे मिलते हैं।

वैसे आप चाहे आयुर्वेद में विश्वास करते हो या चाहे आप मॉडर्न साइंस को मानते हो, एक बात तो साफ है कि दोनों ही सिस्टम में शिलाजीत (Shilajit) को एक जबरदस्त फायदेमंद हेल्थ टॉनिक माना जाता है।

शिलाजीत कहां पाया जाता है? Shilajit kaha paya jata hai.

शिलाजीत (Shilajit) भारत और नेपाल के बीच हिमालय के पहाड़ों में चट्टानों से मिलने वाला एक काले-भूरे रंग का पाउडर या रिसाव होता है। इसके अलावा यह रूस , अफगानिस्तान, तिब्बत, और उत्तरी चिली में पाया जाता है। शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जानी जाती है। शिलाजीत आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक ऐसी औषधि है, जो सदियों से जानी मानी है और जिसका कई सालों से इस्तेमाल हो रहा है।

शिलाजीत खाने के फायदे? Shilajit khane ke fayde (benefits).

शिलाजीत (Shilajit) खाने से सिर से पैर तक आपको अनेकों छोटे बड़े फायदे मिलते हैं। इन फायदों के बारे में बताने से पहले मैं आपको यह भी बता दूं कि शिलाजीत को मर्द और औरत दोनों ही लोग खा सकते है। अक्सर लोग यह मानते हैं कि शिलाजीत सिर्फ मर्दों के ही लिए होता है जो कि एक गलत धारणा है।

  1. शिलाजीत (Shilajit) खाने से आपके ब्रेन फंक्शन यानि दिमाग के कार्यों को तेज करने का काम करता है, जिससे आपका दिमाग ज्यादा और अच्छे तरीके से काम करता है। आपकी याददाश्त बढ़ती है और बढ़ती उम्र में जब हमारे दिमाग में कमजोरी आने लगती है तो शिलाजीत इस कमजोरी वाले प्रक्रिया को भी कम कर देता है।
  2. शिलाजीत (Shilajit) को आयुर्वेद में एक बहुत ही बढ़िया रसायन माना जाता है जो की बॉडी में यूजफुलनेस बनाए रखना है इसको लेने से बॉडी में ओजस बढ़ता है। सभी दोष बैलेंस रहते हैं जिसकी वजह से हम निरोगी बने रहते हैं शिलाजीत में मौजूद फोल्विक एसिड एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट होता है जिससे बॉडी में एजिंग प्रोसेस स्लो हो जाता है और आप अपनी उम्र से ज्यादा जवान दिखाई देते हैं ।
  3. पुरूषों के लिए दोस्तों शिलाजीत (Shilajit) पुरूषों में स्पर्म (वीर्य) काउंट को और टेस्टोस्टेरोन हार्माेन को भी बढ़ाता यानि बूस्ट करता है। टेस्टोस्टेरोन हार्माेन हमारी उम्र बढ़ने के साथ-साथ कम होने लगता है और उसकी वजह से पुरूषों में कई बार सेक्स से संबंधित समस्यायें हो सकती हैं और इसीलिए लोग अपनी सेक्सुअल हेल्थ को सुधारने के लिए अक्सर शिलाजीत का इस्तेमाल करते हैं। लगभग 99 प्रतिशत लोग शिलाजीत को सिर्फ और सिर्फ इसी सेक्सुअल फायदे के लिए इसका प्रयोग करते हैं।
Shilajit ko kab khana chahiye aur kitni khurak me lena chahiye
Shilajit ko kab khana chahiye aur kitni khurak me lena chahiye

शिलाजीत को कितना खाना चाहिये? Shilajit ko kitna dose khana chahiye.

शिलाजीत (Shilajit) आपको सिर्फ एक मटर के दाने की बराबर यानी करीब 200 से 250 मिलीग्राम इसको लेना है और 100 एमएल गुनगुने पानी में या फिर दूध में इसको डालकर पहले अच्छी तरीके से मिला कर लेना है जब ये शिलाजीत आपका अच्छी तरीके से मिल जाए, तो इसको आप पी लीजिए।

शिलाजीत को कब खाना चाहिये? Shilajit ko kab khana chahiye.

शिलाजीत (Shilajit) को आप सुबह-सुबह ले सकते हैं, नाश्ते में या फिर आप रात के समय भी इसको ले सकते हैं। दोस्तों हिमालय शिलाजीत का हर एक पैक इंडिपेंडेंस लैब रिपोर्ट के साथ आता है इसके पैक को जवाब खोलेंगे तो सबसे पहले आपको कुछ इसके तरीके की दिखाई देगें यह रिपोर्ट इंडिपेंडेंस लैब द्वारा इस प्रोडक्ट को पूरी तरह से टेस्ट करने के बाद दी जाती है।

  1. शिलाजीत (Shilajit), एनीमिया यानी खून की कमी में शिलाजीत में आयरन और ह्यूमिक एसिड काफी होता है जो कि खून की कमी को दूर करता है और बॉडी में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने का काम करता है जिससे कमजोरी दूर होती है। एनीमिया के अलावा शिलाजीत क्रॉनिक फटी को भी काम करता है क्रॉनिक फटी का मतलब होता है कि आपकी बॉडी में हर समय आपको थका थका महसूस होना कुछ काम करने में मन नहीं लगा और एनर्जी कम हो जाना शिलाजीत बॉडी में सेल्यूलर फंक्शन को सुधारता है। जिससे बॉडी की एनर्जी बढ़ती है और क्रॉनिक फटी कम होने लगती है।

क्या शिलाजीत को गर्मी में खा सकते हैं? Kya Shilajit ko garmi me kha sakte hai.

शिलाजीत (Shilajit) को गर्मी के मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है या नहीं दोस्तों शिलाजीत की तासीर गर्म होती है, इसलिए अक्सर लोग शिलाजीत को गर्मी में खाने से डरते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि आप इसको गर्मी में नहीं ले सकते हैं शिलाजीत को आप 12 महीने खा सकते हैं। बस अगर गर्मी में इसको आप खाते हैं। तो एक बात का आपको खास ध्यान रखना है और वह यह की गर्मी में इसे हमेशा आपके दूध के साथ इस्तेमाल करना है और दूसरी बात का आपको ध्यान दे रखना है कि इसको लेने के बाद दिनभर अच्छी खासी क्वांटिटी में आपको पानी को पीते रहना है, जिससे कि जो शिलाजीत की गर्मी है वह न्यूट्रलाइज हो सके अगर आप ऐसा करते हैं तो बिना झिझक आप शिलाजीत को गर्मी के मौसम में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

शिलाजीत कितनी खुराक में लेनी चाहिये? Shilajit kitni khurak me lena chahiye.

शिलाजीत (Shilajit) की खुराक क्या होती है इसको आपको कितना लेना चाहिए दोस्तों शिलाजीत को रोजाना 200 से 500 मिलीग्राम तक आप इसे ले सकते हैं अगर आप शिलाजीत को रेजीन फॉर्म में इस्तेमाल करते हैं तो एक मटर के दाने के बराबर इसको आप ले सकते हैं इतना शिलाजीत लेने से आपके करीब 200 से 250 मिलीग्राम के आसपास शिलाजीत मिल जाता है लेकिन अगर आप कैप्सूल फॉर्म में इसको लेना चाहते हैं तो जो भी मैन्युफैक्चर है जिसका प्रोडक्ट ले रहे हैं उसकी खुराक के हिसाब से रिकमेंडेशन के हिसाब से आपको इसको लेना चाहिए ।

शिलाजीत खाने के नुकसान क्या है? Shilajit khane ke nuksan kya hai.

शिलाजीत (Shilajit) के कुछ पोटेंशियल साइड इफेक्ट्स के बारे में व सावधानियों के बारे में दोस्तों शिलाजीत पूरी तरह से सेफ होता है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है, लेकिन कुछ लोगों में इसे लेने से एलर्जी हो सकती है। चक्कर आ सकते हैं और दिल की धड़कन तेज भी हो सकती है। अगर इस तरह का कोई भी साइड इफेक्ट आपको शिलाजीत लेने के बाद नजर आता है। अपने अंदर, तो आपको शिलाजीत लेने से बचना चाहिए। इसके अलावा अगर आपके अंदर कोई दिल की बीमारी है या अगर आपको यूरिक एसिड बढ़ा हुआ रहता है या फिर अगर आपको किडनी स्टोन से तो ऐसे में भी आपको शिलाजीत नहीं लेना चाहिए।

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